रांची : 85023 आवेदन रद्द , उम्मीदवार का गुस्सा चरम पर, JSSC कार्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन 

रांची : 85023 आवेदन रद्द , उम्मीदवार का गुस्सा चरम पर, JSSC कार्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन 

रांची : 85023 आवेदन रद्द , उम्मीदवार का गुस्सा चरम पर, JSSC कार्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन 

रांची : एक तरफ नौकरी के आस में झारखंड के बेरोजगारों का सब्र का बांध टूट रहा है। बार-बार जेएसएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा की तिथि में बढ़ोतरी करने से बेरोजगारों का गुस्सा भड़क रहा है, वहीं जेएसएससी ताबड़तोड़ अभ्यर्थियों के आवेदन को रद्द करने में लगा हुआ है।

जेएसएससी ने सीजीएल परीक्षा के 85023 अभ्यर्थियों के आवेदन को रद्द कर दिया है। इसको लेकर आयोग ने 297 पन्नों का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इन अभ्यर्थियों के आवेदन को रद्द करने का कारण विभिन्न त्रुटियों को बताया गया है।

झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग संस्था की कार्यप्रणाली ने राज्य के प्रतियोगी छात्रों को निराश किया है। संस्था की कार्यशैली से अभ्यर्थियों के भविष्य पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। लापरवाह प्रबंधन व्यवस्था के कारण एक गहरी निराशा जन्म ले रही है। इससे छात्रों का समय, संसाधन, ऊर्जा, हौसला सब कुछ बर्बाद हो रहा है। उक्त बातें राज्य के युवा नेतृत्वकर्ता एवं जेबीकेएसएस के संस्थापक सदस्य संजय मेहता ने शुक्रवार को नामकुम स्थित जेएसएससी घेराव व आंदोलन में पूरे राज्य से आए हजारों छात्रों के बीच कहा। उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए आयोग पर जमकर निशाना साधा। संजय ने कहा कि जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा आज तक नहीं हो पायी। यह साफ तौर पर प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है। कोई संस्था किसी भी अभ्यर्थी का इस तरह से वक्त नहीं जाया कर सकती है।

छात्रों के समय की बर्बादी हो रही है। उम्र बढ़ रही है। जिसे किसी कीमत पर वापस नहीं लाया जा सकता। जेएसएससी की निराशाजनक कार्यशैली से सिर्फ इन नौजवानों का भविष्य नहीं बर्बाद हो रहा बल्कि एक बेहतर मानव संसाधन की उच्च क्षमता का राज्य के अंदर विनाश हो रहा है। पूरे राज्य में छात्रों में आक्रोश है। इस आक्रोश और पीड़ा को सरकार को समझना होगा।