डिग्गी में डूबने से दो बच्चों की मौत:4 बच्चे नहाने के लिए उतरे थे; दो को रस्सी डाल बचाया  

डिग्गी में डूबने से दो बच्चों की मौत:4 बच्चे नहाने के लिए उतरे थे; दो को रस्सी डाल बचाया  

डिग्गी में डूबने से दो बच्चों की मौत:4 बच्चे नहाने के लिए उतरे थे; दो को रस्सी डाल बचाया  

श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर इलाके के गांव पांच ईईए में बुधवार को नहाने के लिए पानी की डिग्गी में उतरे दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। दोनों बच्चे आसपास ही रहने वाले चरवाहा परिवार के हैं। ये लोग बकरियां चराते हुए इस तरफ आ गए थे। दोपहर में तेज गर्मी के चलते नहाने के लिए पानी में उतरे इस दौरान दो बच्चे गहरे पानी में चले गए और डूबने से उनकी मौत हो गई।

पांच बच्चे खेल रहे थे डिग्गी के आसपास

डिग्गी के आसपास पांच बच्चे खेल रहे थे। इसी दौरान हरीश ( 15 ) पुत्र शंकरलाल नायक और सागर (11) पुत्र सुभाष नायक और उनके साथ खेले रहे दो अन्य बच्चों ने पानी में नहाने की इच्छा जताई। इसके बाद चारों बच्चे पानी में उतर गए। उनके पानी में उतरने के कुछ देर बाद उन्हें गहराई का अनुमान हुआ और तैरना नहीं जानने के कारण वे डूबने लगे। इस पर बाहर खड़े बच्चे ने एक रस्सी इन चारों की तरफ बढ़ाई। इसे हरीश और सागर के साथ खेल रहे दो अन्य बच्चों ने पकड़ लिया। उन्हें किसी तरह से बाहर खड़े बच्चे ने बचा लिया जबकि हरीश और सागर गहराई में उतर जाने कारण खुद को नहीं बचा पाए।बाहर खड़े बच्चे ने शोर मचाया और आसपास चरवाहों की बस्ती में घटना की जानकारी दी। इस पर लोग मौके पर जमा हो गए। इन लोगों ने डिग्गी में डूबे दो अन्य बच्चों को बचाने का प्रयास किया। कुछ लोगों ने पानी में रस्सी डाली वहीं एक-दो लोग पानी में उतरे लेकिन तब तक बच्चे डूब चुके थे। गोताखोरों ने उनके शव डिग्गी से बाहर निकाले। इन्हें पदमपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद इन्हें परिजनों को सौंप दिया गया।

एसएचओ सुरेंद्र राणा ने बताया कि डिग्गी में नहाने उतरे दोनों बच्चों की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। बच्चे बकरियां चराने निकले थे जबकि उनके माता-पिता मेहनत मजदूरी के काम से जुड़े हुए हैं।