ट्रैक्टर पलटने से 5 बच्चों की मौत, 2 गंभीर घायल, शादी की खुशियां मातम में तब्दील
ट्रैक्टर पलटने से 5 बच्चों की मौत, 2 गंभीर घायल, शादी की खुशियां मातम में तब्दील
जबलपुर जिले के चरगवां पुलिस थाने के गांव तनेटा में उस समय शोक की लहर फैल गई, जब ट्रैक्टर पलटने से हुए हादसे में 5 बच्चे मौत का शिकार हो गए. इस हादसे में ट्रैक्टर पर बैठे दो अन्य बच्चे भी गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. ये हादसा सोमवार को 10 बजे के आसपास हुआ, हादसे में मौत का शिकार होने वाले बच्चों की उम्र 10 से 16 साल के बीच है. घायल होने वाले बच्चों की उम्र 10 से 11 साल के बीच है. पुलिस ने घायलों को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया है।
हादसे में मरने वाले सभी बच्चे आपस में रिश्तेदार
इस मामले में एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया "मरने वाले सभी बच्चे आपस में रिश्तेदार हैं. ये सभी तिनेटा देवरी गांव के रहने वाले थे ये सारे लोग ट्रैक्टर से पानी का टैंकर लेने जा रहे थे। वहीं, अपर कलेक्टर मिशा सिंह ने बताया "इस घटना में 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं दो लोग घायल हैं। इस ट्रैक्टर को धर्मेंद्र ठाकुर (18साल) चला रहा था. धर्मेंद्र ठाकुर की बहन की सोमवार को ही बारात आना है। ये सभी लोग ट्रैक्टर से निकले ही थे कि कुछ ही दूरी पर हादसा हो गया. हादसा होते ही ग्रामीणों ने रेस्क्यू शुरू किया. सभी घायलों को अस्पताल भेजा लेकिन तब तक 5 बच्चे मौत की आगोश में जा चुके थे। बताया जाता है कि ट्रैक्टर को चालक लापरवाही से चला रहा था।
प्रशासन व पुलिस पर ग्रामीणों ने लगाए आरोप
पूरी घटना को लेकर स्थानीय निवासी रामकुमार सैयाम का कहना है "इस क्षेत्र पानी की बड़ी समस्या है. ये बच्चे सभी पानी लेने के लिए जा रहे थे, जो काल के मुंह में समा गए, घटना सुबह 9:00 बजे करीब की है इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को दे दी गई थी लेकिन करीब 11 बजे तक कोई भी नहीं पहुंचा अगर समय से इन बच्चों को एंबुलेंस या मदद मिल जाती तो इनकी जान बच जाती।
मुख्यमंत्री ने परिजनों को 2-2 लाख की घोषणा की
इस हादसे में मरने वालों में अनूप बरकड़े (12), राजवीर गोंड (13), देवेन्द्र बरकड़े (15), लकी मरकाम (10) और ट्रैक्टर चला रहे धर्मेंद्र ठाकुर की मौत हो गई। हादसे में दलपत (12) और विकास (10) घायल हो गए और उनका मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है। प्रशासन की ओर से फौरी तौर पर मृतकों के परिजन को 50 - 50 हजार रुपए और घायलों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतक बच्चों के परिवारों को 2-2 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है।