झारखंड : 48 जवानों का हत्यारा और 15 लाख इनामी नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर
झारखंड : 48 जवानों का हत्यारा और 15 लाख इनामी नक्सली कमांडर ने किया सरेंडर
चतरा : झारखंड-बिहार में पुलिस और सुरक्षाबलों के 48 जवानों की हत्या में शामिल नक्सली कमांडर नवीन ने आत्मसमर्पण कर दिया। वो प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के टॉप कमांडरों में शामिल था। नवीन यादव पर 15 लाख का इनाम भी रखा गया था, हालांकि, अब उसने सरेंडर कर दिया। चतरा जिले के डीसी अबु इमरान, एसपी राकेश रंजन और सीआरपीएफ 190 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार के सामने आत्मसमर्पण किया।
नक्सली संगठन में नवीन यादव के पास रीजनल कमांडर का दायित्व था और झारखंड-बिहार सहित कई राज्यों की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। ऐसे में नवीन के आत्मसमर्पण को झारखंड पुलिस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
नक्सली कमांडर नवीन यादव ने झारखंड के चतरा डीसी अबु इमरान, एसपी राकेश रंजन और सीआरपीएफ 190 बटालियन के कमांडेंट मनोज कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण किया। सरकार की योजना के अनुसार उसे हजारीबाग के ओपन जेल में शिफ्ट किया जाएगा। चतरा प्रतापपुर थाना क्षेत्र में आने वाले बसबुटा गांव का निवासी नवीन 2000 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ था। इसके बाद फिर उसने पलटकर नहीं देखा। झारखंड के चतरा में 16, लातेहार में 16, गढ़वा में सात, पलामू में दो, बिहार के गया में 6 और छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला में 4 मामले दर्ज हैं।
नवीन यादव अपने चचेरे भाई से हुए जमीनी विवाद को लेकर साल 2000 में भाकपा माओवादी संगठन में शामिल हुआ था, तब से वह संगठन में सक्रिय रूप से कार्य करने लगा, शुरुआत में लोकल होने के कारण माओवादी संगठन के द्वारा नवीन यादव को ग्रामीणों को संगठन में जोड़ने की जिम्मेदारी दी गयी, ताकि ग्रामीण स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा सके। नवीन की कार्यशैली को देखते हुए उस समय के कमांडर अनुराग यादव के नेतृत्व में साल 2003 में हुई बैठक में नवीन यादव को एलओएस बनाया गया था।
सर्वजीत के आत्मसमर्पण से भाकपा माओवादी नक्सलियों की रीढ़ टूट गई है, उन्होंने अन्य नक्सलियों से भी आत्म समर्पण नीति का लाभ लेकर अपना जीवन सुरक्षित करने का आह्वान किया। वहीं डीसी अबू इमारन ने चतरा पुलिस और सीआरपीएफ के साथ साथ सर्वजीत यादव को भी शुभकामनाएं दी। सीआरपीएफ कमांडेंट मनोज कुमार ने कहा कि नक्सलियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान का ही नतीजा है की आज चतरा लगभग नक्सल मुक्त हो गया है।