जोधपुर : अनुसूचित जाति जनजाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ के डॉ.उदित राज, राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार आरक्षण एवं संविधान बचाने के लिए DOM परिसंघ में दलित,ओबीसी एवं माइनारटीज परिसंघ का पुनर्गठन और आगे की चुनौति हेतू राष्ट्रीय सम्मेलन दिल्ली में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
जोधपुर : अनुसूचित जाति जनजाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ के डॉ.उदित राज, राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार आरक्षण एवं संविधान बचाने के लिए DOM परिसंघ में दलित,ओबीसी एवं माइनारटीज परिसंघ का पुनर्गठन और आगे की चुनौति हेतू राष्ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ समस्त भारतवर्ष के कोने कोने से दलित, आदिवासी, ओबीसी एवं माइनारटीज अम्बेडकरवादीयों ने पूरे जोशो खरोश से राष्ट्रीय सम्मेलन में शिरकत कर संविधान एवं आरक्षण बचाने के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया । मुख्य वक्ताओं में डा. उदित राज , राष्ट्रीय अध्यक्ष, महेंद्र नागोरी , प्रदेशाध्यक्ष, नमिता सोलंकी, शांति चौहान, आर. के. कलसोत्रा, जोगपाल , महेशराज, अनुज कुमार , हरिश्चंद्र कदम, डॉ. रवि महेन्द्रा, गौरव लाडला, गीतांजलि बरुआ, कुसुम सबलानिया, खुशबु श्रीवास्तव , कांता पिंगोलिया ने अपने क्रांतिकारी उद्बोधन में आगामी संगठनात्मक रणनीति एवं कार्य योजना तैयार करने हेतु महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए। राष्ट्रीय स्तर की कोर कमेटी का गठन में महेंद्र नागोरी, वल्लभ लखेश्री, नमिता सोलंकी, शांति चौहान को शामिल किया गया। निम्न मुख्य मुद्दों पर सरकार से उचित कार्यवाही की मांग की गई ।
01. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का निजीकरण निरस्त किया जाये
02. उच्च न्यायपालिका, सेना एवं उधोगों में आरक्षण लागू किया जाए।
03. ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं ।
04. जातिगत जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक किये जाए ।
05. निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू किया जाए।
06. बढ़ी हुई जनसंख्या के आधार पर जल, जंगल और जमीन संसाधनों का आनुपातिक वितरण किया जाए ।
07. आईएएस पदों पर लैटरल भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
08. दलित उत्पीड़न मामले में दोषी को उम्रकैद, फांसी देकर एक्ट्रोसिटी एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
09. मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू किया जाए।
10. विशेष भर्ती अभियान द्वारा बैकलाग पदों की बहाली की जाए ।
11. ठेका पद्धति में आरक्षण कड़ाई से प्रदान किया जाए ।
12. संविधान को 09 वीं अनुसूची में शामिल किया जाए।
13. संविधान को राष्ट्रीय धर्म घोषित किया जाए ।
बहुजन समाज का यह शक्ति प्रदर्शन सरकार पर दबाव बनाने में कारगर साबित करने के लिए राष्ट्र, राज्य, जिला, तहसील स्तर पर DOM (दलित, ओबीसी माइनारटीज) परिसंघ कमेटी गठन कर सामाजिक सता की मजबूती के लिए कड़ी मेहनत करनी है । यह हमारी बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। आगे हम सभी को बाबा साहेब की विचारधारा का मजबूत गढ़ के रूप में राजस्थान की अमिट छाप छोडनी है । राष्ट्रीय सम्मेलन मे सभी का भरपूर योगदान और समर्थन मिला। प्रतिभागियों के फौलादी हौसलों एवं मजबूत मानसिकता से राष्ट्रीय सम्मेलन की कार्ययोजना को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए कमर कसकर प्रचार प्रसार में जूट इसे अम्बेडकर मिशन में मील का पत्थर साबित करेंगे।