स्थैतिक निगरानी दलों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित, अधिसूचना जारी होने से होंगे सक्रिय

स्थैतिक निगरानी दलों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित, अधिसूचना जारी होने से होंगे सक्रिय

स्थैतिक निगरानी दलों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित, अधिसूचना जारी होने से होंगे सक्रीय 

विधानसभा चुनाव में तैनात होने वाले स्थैतिक निगरानी दल तथा सदस्यों का प्रशिक्षण कार्यक्रम रविवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जिला निर्वाचन अधिकारी अनिल कुमार अग्रवाल ने कहा कि चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील कार्य है। आप सबको सौंपे गए कार्य के अनुसार विस्तृत निर्देश दिए गए हैं। इन निर्देशों का भलीभांति अध्ययन करके उसके अनुरूप कार्यवाही सुनिश्चित करें। स्थैतिक निगरानी दल जिले की मुख्य सड़कों, राज्यों एवं अन्य जिलों की सीमाओं पर चैक पोस्ट कायम करेंगे और आने जाने वाहनों की कडी निगरानी करेंगे। स्थैतिक निगरानी दल किसी भी प्रकार की अवैध सामग्री, नशीले पदार्थ, हथियार, नकदी इत्यादि की जब्ती हेतु त्वरित कार्यवाही करेंगे। 50 हजार से अधिक नकदी एवं 10 हजार रूपये से अधिक मूल्य की वस्तुऐं जो मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए उपयोग में लाई जा सकती हैं, को जब्त किया जा सकेगा। 10 लाख से अधिक राशि के मामले में सूचना आयकर विभाग को देनी होगी एवं ऐसे मामलों में आयकर विभाग ही जब्ती की कार्यवाही करेगा। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने कहा कि सभी स्थैतिक निगरानी दल अपनी जिम्मेदारी को समझें तथा बिना किसी भय के अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। अवैध हथियारों, मध्य एवं नशीले पदार्थाे और नकदी परिवहन पर विशेष नजर रखेंगे। सभी दल संबंधित थाने के अधिकारियों के संपर्क नम्बर अपने पास रखें। जब्ती की प्रक्रिया की समुचित वीडियोग्राफी करें। उप जिला निर्वाचन अधिकारी बालकृष्ण तिवारी ने बताया कि स्थैतिक निगरानी दलों की सुविधा हेतु लाइट्स, फर्नीचर इत्यादि का बंदोबस्त किया जायेगा।

मास्टर ट्रेनर अतुल चौहान ने प्रशिक्षण देते हुए कहा कि एसएसटी कंट्रोल रूम से लगातार संपर्क में रहकर समस्त कार्यवाहियाँ सुनिश्चित करेंगे। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन, अवैध रूप से धनराशि परिवहन, मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए अनुचित साधनों के उपयोग आदि से जुड़ी शिकायतें मिलने पर समुचित सूचना देंगे। एसएसटी सदस्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट का प्रतिदिन अवलोकन करके नवीनतम निर्देश अवश्य प्राप्त करें।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में निर्वाचन आयोग के विभिन्न निर्देशों, जब्ती की प्रक्रिया तथा एसएसटी की भूमिका के संबंध में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में स्थैतिक निगरानी दल के सदस्य उपस्थित रहे।