आईसीएसआई की जोधपुर शाखा ने स्टार्ट अप कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया  

आईसीएसआई की जोधपुर शाखा ने स्टार्ट अप कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया  

आईसीएसआई की जोधपुर शाखा ने स्टार्ट अप कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया 

जोधपुर : आजकल भारत पूरी दुनिया में स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने वाला अग्रणी देश है और भारत से कई यूनिकॉर्न उभर रहे हैं। इस विषय को ध्यान में रखते हुए और कंपनी सचिवों की भूमिका को समझाने के लिए आईसीएसआई की जोधपुर शाखा ने होटल प्रेसिडेंट में स्टार्ट अप कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया। 

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईसीएसआई के अध्यक्ष सीएस बी. नरहिम्हन हैं। नरहिम्हन के पास कॉर्पोरेट कानूनों पर वृहद् अनुभव है। इस कॉन्कलेव में दिल्ली और बेंगलुरू के प्रख्यात वक्ताओं ने स्टार्ट अप अनुपालन तंत्र पर सत्र लिया। इस कॉन्क्लेव में प्रमुख स्टार्ट अप के सीईओ और सह-संस्थापक के साथ टॉक शो का भी आयोजन हुआ। 

आईसीएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएस बी नरसिम्हन ने प्रेस वार्ता में बताया कि आईसीएसआई 19-20 जुलाई 2024 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में कॉर्पोरेट सीएस के अपने 5वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है, जिसका विषय 'कॉर्पोरेट सीएस: 

ट्रांसफोर्मिंग गवर्नेंस इन भारत' है। सम्मेलन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कॉर्पोरेट और औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों को कवर करने वाले समसामयिक विषयों और राष्ट्र के समग्र विकास में रोजगार में कंपनी सचिवों की अनुकरणीय भूमिका के बारे में चर्चा होगी। वहीं ईसीएसआई 4-5-6 सितंबर 2024 को अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात में सतत भविष्य के लिए जिम्मेदार निवेश विषय पर आईसीएसआई मध्य पूर्व सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।

यह सम्मेलन हरित वित्तपोषण और कार्बन क्रेडिट तंत्र जैसे नवीन समाधानों के इर्द-गिर्द चर्चा का एक चैनल लाने के लिए तैयार है और मजबूत कॉर्पोरेट प्रशासन के साथ जिम्मेदार निवेश को जोड़ेगा। सम्मेलन सहयोगात्मक चर्चाओं के माध्यम से भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों पर भी ध्यान केंद्रित करेगा, जिसका उद्देश्य पारस्परिक रूप से लाभप्रद निवेश के अवसरों को अनलॉक करना है जो आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, नौकरियां पैदा करेगा और दोनों देशों के लिए अधिक टिकाऊ भविष्य को बढ़ावा देगा।

रक्षा कर्मियों, अग्निवीरों और शहीदों के परिवार के लिए आईसीएसआई शुल्क माफी योजना

भारतीय कंपनी सचिव संस्थान ने भारतीय वायु सेना, भारतीय नौसेना और सभी अर्ध-सैन्य बल श्रेणियों के लिए सीएस कार्यकारी कार्यक्रम में पंजीकरण के समय देय शुल्क में 100% छूट के साथ योजना शुरू की है, जिसमें सेवारत/सेवानिवृत्त कार्मिक, सभी कर्मियों के वार्ड, शहीदों के आश्रित और विधवाएँ एवं जिन उम्मीदवारों को योजना के तहत चार साल पूरे करने के बाद भारत सरकार की अग्निपथ योजना के तहत "अग्निवीर" के रूप में शामिल किया गया है। प्रशिक्षण सहित अन्य सभी शुल्क उनकी संबंधित श्रेणी के अनुसार पूर्ण रूप से लागू होंगे। शुल्क माफी योजना रक्षा बलों के योगदान को मान्यता देने में संस्थान का एक विनम्र प्रयास है। 

संस्थान की ओर से अपने माता-पिता को खोने वाले छात्रों के लिए फीस में रियायत दी जायेगी। किसी भी कारण से और उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने में मदद करने के लिए, संस्थान ने सीएस कार्यकारी कार्यक्रम के लिए पंजीकरण करते समय फीस में एकमुश्त रियायत देने का निर्णय लिया है।

आईसीएसआई संस्थान ने अकादमिक रूप से प्रतिभाशाली लेकिन आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को सीएस कोर्स करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करने के लिए आईसीएसआई स्टूडेंट्स एजुकेशन फंड ट्रस्ट बनाया है, जिससे राष्ट्र निर्माण और सामाजिक जिम्मेदारी के उद्देश्यों में योगदान दिया जा सके।